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अंक के प्रमुख आकर्षण
फरवरी 2018
संपादकीय

न्यायमूर्तियों की गुहार: विभ्रम और यथार्थ

युवा संवाद - फरवरी 2018 अंक में प्रकाशित

 

प्रीम कोर्ट के चार वरिष्ठ न्यायमूर्तियों ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के विरुद्ध खुली बगावत करके यह संकेत दे दिया है कि देश के संविधान की रक्षा करने वाली सबसे विश्वसनीय संस्था में कुछ ज्यादा ही गड़बड़ है। अगर ऐसा न होता तो देश की एक सर्वाधिक शक्तिशाली संस्था से जुड़े न्यायमूर्ति जस्टिस चेलमेश्वर, रंजन गोगोई, मदन लोकुर और कुरियन जोसेफ

अपना...

 

आगे पढ़े...

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